मेक्मेक (Makemake) बौने ग्रह के 14 रोचक और मजेदार तथ्य
मेक्मेक एक बौना ग्रह है, क्लाइड टॉम्बो (Clyde Tombaugh) ने 1930 में प्लूटो के अध्ययन के दौरान इस ग्रह को पहली बार देखा था इस बौने ग्रह के पीछे मिल्की वे और तारों के झुंड होने के कारण क्लाइड टॉम्बो की आंखों से यह खो गया था|
29 जुलाई 2005 में माइकल ई-ब्राउन (Michael E-Brown) की टीम ने इस बौने ग्रह का घोषणा की थी, इस बौने ग्रह के साथ-साथ माइकल ई-ब्राउन की टीम ने एरिस (Eris) के खोज की घोषणा कर दी थी|

मेक्मेक ग्रह की रूपरेखा / Makemake Dwarf Planet Profile
व्यास (Diameter)- 1,434km
द्रव्यमान (Mass)- 3,000,000,000,000 बिलियन
कक्षा दूरी (Orbit distance)- 6,850,000,000 किमी (45.79 AU)
सामान्य तापमान (Surface temperature)- -238°C
डिस्कवरी की तारीख- 29 जुलाई 2005
द्वारा खोजा गया: माइकल ई- ब्राउन, चाड ट्रूजिलो और डेविड राबिनोविट्ज़
रोचक तथ्य / Facts about Makemake
1) मेक्मेक का एक दिन पृथ्वी के 22.5 घंटे के बराबर होता है, यानी कि यह बौना ग्रह अपनी धुरी (Axis) पर एक पूर्ण चक्कर 22.5 घंटे में पूरा करता है|
2) मेक्मेक को सूरज का एक पूरा चक्कर लगाने में 309.88 पृथ्वी के साल लग जाते हैं|
3) मेक्मेक, हौमिया (Haumea) और एरिस (Eris) इन तीनों बौने ग्रह को माइकल ई-ब्राउन (Michael E-Brown) की टीम ने 31 मार्च 2015 को खोज लिया था लेकिन दूसरे ग्रह पर अध्ययन करने के कारण इस खोज की अनाउंसमेंट नहीं हुई थी|
4) जब स्पेन की खगोल वैज्ञानिक की एक टीम ने 27 जुलाई 2005 को हौमिया (Haumea) की अनाउंसमेंट कर दी थी| स्पेन की टीम की अनाउंसमेंट के ठीक 2 दिन बाद जल्दी-जल्दी में माइकल ई-ब्राउन की टीम ने मेक्मेक (Makemake) और एरिस (Eris) की अनाउंसमेंट कर दी थी|
5) इस बौने ग्रह का शुरुआती नाम ईस्टरबनी (EsterBunny) था|
माइक ब्राउन ने 2005 में ईस्टर के कुछ दिनों बाद मेक्मेक की खोज की। माइक ब्राउन और इनकी टीम चाहती थी कि खगोल वैज्ञानिक इसको कोई नाम दें इससे पहले हम इसका अपना कोई नाम देते हैं|
6) खगोल वैज्ञानिक ने इस बौने ग्रह को शुरुआत में 2005FY9 का नाम दिया, ईस्टरबनी/2005FY9 क्या नाम 2005-2008 तक रहा इसके बाद अंतरराष्ट्रीय खगोल संगठन IAU (International Astronomical Union) ने इसका नाम मेक्मेक (Makemake) रख दिया|
7) मेक्मेक नाम ईस्टर आईलैंड के एक God पर रखा गया|
8) इस बौने ग्रह का रंग लाल और भूरा है, इसका यह रंग ज्यादा मात्रा में मिथेन (Methane) होने के कारण होता है|
9) इस बौने ग्रह पर मिथेन के साथ-साथ ईथेन (Ethane), एसिटिलीन (acetylene), नाइट्रोजन (Nitrogen) और अन्य कैसे हैं|
10) मेक्मेक क्विपर पट्टी (Kuiper belt) का दूसरा सबसे बड़ा बौना ग्रह है और बौने ग्रहों में से तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है|
11) मेक्मेक का कोई वायुमंडल नहीं है|
12) इस ग्रह का अपना एक चांद है जिसका नाम S/2015(136472)1 यह चांद एक ही नाम से जाना जाता है MK2, इस चांद का व्यास (Diameter) 175km है|
13) MK2 21,000km की दूरी से मेक्मेक की परिक्रमा करता है, मेक्मेक के इस चांद को 2015 में खोजा गया था|
14) December 2015 को इस बौने ग्रह को सूर्य से सबसे दूर परिक्रमा करते हुए देखा गया 52.4AU (7,839,000,000km).
आपकी Website बहुत अच्छी है।
[…] 3) Makemake facts […]
[…] 3) Makemake facts […]
Simply desire to say your article is as amazing.
The clearness in your post is just great and
i could assume you are an expert on this subject.
Fine with your permission allow me to grab your feed to
keep updated with forthcoming post. Thanks a million and please carry on the
gratifying work.